बुलंदशहर के ग्राम-नेकपुर, नार-मोहम्मदपुर, सिरियाल में मेरा गांव-मेरा गौरव कार्यक्रम के अंतर्गत 29 मई 2022 को एक किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली और जैव उर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी नेकपुर के संयुक्त प्रयास से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
जिसमें IARI के ज्वाइंट डायरेक्टर रिसर्च इंद्र मणि मिश्रा ने आधुनिक तकनीक से हो रही खेती के नुकसान पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने प्राकृतिक खेती पर जोर देते हुए अधिक से अधिक घरेलु संसाधनों का इस्तेमाल कर खेती करने की बात की। जिससे हम सतत लाभ ले सकते हैं और मिट्टी के उपजाऊपन और हमारे प्राकृतिक संसाधन सुरक्षित रहेंगें। साथ ही केमिकल फर्टिलाइजर पर होने वाला खर्च भी बचेगा जिससे हमारे देश और किसान दोनों मजबूत होंगे।
इस किसान गोष्ठी में IARI पूसा के कई वरीय कृषि वैज्ञानिक डॉ. राजवीर सिंह, डॉ. राजीव कुमार सिंह, संजय सिंह राठौर, डॉ. राज सिंह और डॉ. अतुल कुमार ने किसानों को सम्मलित किसानों को खेती से जुड़ी उन्नत तकनीक पर जानकारी दी। जिसमें एकीकृत कृषि, मशरूम उत्पादन, बागवानी और खर-पतवार प्रबंधन पर किसानों को विधिवत् जानकारी दी।
एक अन्य कृषि वैज्ञानिक ने हरी खाद के लिए प्राकृतिक तरीके को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इससे मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी और फसलों की उत्पादकता में बढ़ोत्तरी होगी।
साथ ही प्रगतिशील किसानों को पुरस्कार भी वितरित किया गया। वहीं जैव उर्जा फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी नेकपुर और IARI पूसा के तरफ से बासमती धान की उन्नत बीज मुफ्त में वितरित किए गए।
जैव उर्जा फार्मर कंपनी के तरफ से प्रीतम सिंह ने इस आयोजन के लिए IARI के कृषि वैज्ञानिकों और वहां उपस्थित किसानों का सभा के सफल आयोजन के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया तथा IARI के साथ मिलकर इसी तरह से आगे किसानों के हित में काम करने का आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में कृषि संबंधित कई महत्वपुर्ण विषयों पर व्याख्यान का आयोजन किया गया। साथ ही कृषि विशेषज्ञों ने हर एक किसान की समस्या सुनी और उनका समाधान बताया। किसान किस तरह से कम लागत में अपनी उपज बढ़ा सकते हैं इसपर काफी महत्वपूर्ण चर्चा हुई।