महोगनी के पेड़ व्यापारिक दृष्टिकोण से बेहतर होते हैं। इसके पत्ती, फूल, बीज, खाल और लकड़ी बाजार में अच्छी कीमतों पर बिकते हैं। इसकी लकड़ी काफी मजबूत और लंबे समय तक टिकने वाली होती है। इसका उपयोग जहाज़, फ़र्नीचर, प्लाईवुड और सज़ावट की चीजें बनाने में किया जाता है।
विशेषज्ञों के अनुसार महोगनी के पत्ते, छाल और बीज ब्लड प्रेशर, अस्थमा, सर्दी और मधुमेह सहित कई बीमारियों के इलाज में असरदार हैं। औषधीय गुण होने की वजह से इसके पेड़ों के पास मच्छर और कीड़े नहीं आते हैं। यही वजह है कि इसकी पत्तियों और बीजों के तेल का इस्तेमाल मच्छर भगाने और कीटनाशक बनाने में किया जाता है।
अन्य पेड़ों के मुकाबले महोगनी की खेती करना ज्यादा फायदेमंद है। ज्यादातर पेड़ों की लकड़ियों को ही केवल बेचकर किसान मुनाफा कमा सकते हैं, लेकिन महोगनी के पत्ते, छाल और बीज भी बाजार में बिकते नजर आते हैं। इसकी वजह से हमारा मुनाफा कई गुना बढ़ जाता है।
महोगनी के 1200 से 1500 पेड़ उगाए जा सकते हैं। 12 से 15 सालों में इसके पौधे कटाई लायक तैयार हो जाते हैं। ऐसे में इसकी लकड़ियां बेचकर किसान करोड़ों का मुनाफा हासिल कर सकते हैं। इसके पौधे 25 से 30 रुपये से लेकर 100 से 200 रुपये तक बाज़ार में मिल जाते हैं। इसकी लकड़ी 2000 से 2200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट थोक में आसानी से बिक जाती है। यह एक औषधीय पौधा भी है, इसलिए इसके बीजों और फूलों का उपयोग औषधि बनाने के लिए किया जाता है। ऐसे में किसान इसकी खेती से करोड़ों का मुनाफा कमा सकते हैं।