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वर्मी कम्पोस्ट बनाकर करें लाखों की कमाई

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत एक कृषि प्रधान देश है और यहां की लगभग 80 प्रतिशत जनसंख्या गावों में निवास करती है, जिनका मुख्य व्यवसाय खेती ही है I खेतों में कड़ी मेहनत कर किसान फसल उगता है और उस फसल से उसे जो पैसा मिलता है उससे वो अपने परिवार का भरण-पोषण करता है I एक ओर आज जहां किसान लगातार बढ़ती मंहगाई से त्रस्त है वहीं दूसरी ओर खेतिहर भूमि में उर्वरकों और रासायनिक खादों के अंधाधुंध इस्तेमाल से लगातार घटती पैदावार ने उसकी चिंता को और बढ़ा दिया है I किसानों को यदि इन समस्याओं और परेशानियों से बचना है तो उन्हें खेती के साथ-साथ धन अर्जन के अन्य विकल्पों की ओर भी देखना होगा जिससे वे और अधिक धन कमा सकें और अपना तथा अपने परिवार का सही ढंग से जीवन यापन कर सकेंI वर्मी कम्पोस्ट यानी केचुआ खाद किसानों के लिए एक ऐसा विकल्प है जिसको अपनाकर वह जहां एक ओर अपने खेतों से बम्पर पैदावार ले सकते हैं तो वहीं दूसरी ओर इसे बाजार में बेंचकर घर बैठे आराम से लाखों रुपये महीना कमा सकते हैं।

तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कम लगत में कैसे बनाएं वर्मी कम्पोस्ट और इससे कैसे करें कमाई …..

मिट्टी की उर्वरा शक्ति, मिट्टी संरचना, कार्बनिक पदार्थ और सूक्ष्मजीवों की क्रियाशीलता बढ़ाने के लिए वर्मी कम्पोस्ट खाद का उपयोग फसल के लिए बहुत उपयोगी है। वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए मुख्यतः फसल अवशेष के साथ पशु के गोबर का प्रयोग किया जाता है और इसको गड्ढे में डाल कर सड़ाया जाता है। खेती में रासायनिक खादों का अधिक प्रयोग होने तथा कीटनाशकों के लगातार प्रयोग से मिट्टी अब अपनी उर्वरा शक्ति खो रही है ऐसे में केचुआ खाद किसानों के लिए वरदान से कम नहीं है।केचुए मिट्टी और कच्चे जीवांश को खाकर उसे महीन खाद में बदल देते हैं। केचुओं से निर्मित खाद पोषक तत्व से भरपूर होती है और पौधे इसे तुरंत ग्रहण करते हैं जिससे पौधों की ग्रोथ अच्छी होती है।

केचुआ खाद यानी वर्मी कम्पोस्ट

केचुए को अगर गोबर के रूप में भोजन दिया जाए तो इसे खाने के बाद विघटित होकर बने नए उत्पाद को केचुआ खाद यानी वर्मी कम्पोस्ट कहते हैं। गोबर के वर्मी कम्पोस्ट में बदल जाने के बाद इसमें बदबू नहीं आती और इसमें मक्खियां व मच्छर भी नहीं पनपते हैं साथ ही इससे पर्यावरण भी शुद्ध रहता है। केचुआ खाद में 2 से 3 फीसदी नाइट्रोजन, 1.5 से 2 फीसदी सल्फर और 1.5 से 2 फीसदी पोटाश पाया जाता है, इसीलिए केचुए को किसानों का मित्र भी कहा जाता है।

केचुआ खाद बनाने की विधि

व्यावसायिक वर्मी कम्पोस्ट बनाने के लिए सीमेंट और इटों से पक्की क्यारियां बनाएं। प्रत्येक क्यारी की 3 मीटर लम्बाई, 1 मीटर चौड़ाई और 30-50 सेमी. ऊंचाई होनी चाहिए। क्यारियों को भरने के लिए पेड़-पौधों की पत्तियां, घास, सब्जी और फलों के छिलके, फसल अवशिष्ट, गोबर आदि कार्बनिक पदार्थों का प्रयोग कर सकते हैं। इन पदार्थों को क्यारियों में डालने से पहले ढेर बनाकर 7 से 10 दिन तक खुला छोड़ कर हल्का पानी डालें ताकि गोबर और अवशिष्ट पदार्थ से गर्मी बाहर निकल जाए, इसके बाद इस ढेर को क्यारियों में डाल दें और ऊपर से लगभग 5 किलो केचुए छोड़ दें ।क्यारियों को तेज धूप और वर्षा से बचाने और केंचुओं की क्रियाशीलता बढ़ाने के लिए इसे छप्पर या बोरी से ढक दें।एक वर्ग मीटर जगह के लिए 250 केंचुओं की जरूरत होती है। 15 से 20 दिन बाद इस कचरे को ऊपर नीचे किया जाता है ताकि नीचे से भी खाद कम्पोस्ट होना शुरू हो जाए। किसानों को इस बात का ध्यान रखना होगा कि क्यारियों में लगभग 60 प्रतिशत नमी बनी रहे इसके लिए उन्हें समय-समय पर पानी का हल्का छिड़काव करते रहना चाहिए।अनुकूल नमी, ताप तथा हवायुक्त परिस्थितयों में 25 से 30 दिन बाद क्यारी की ऊपरी सतह पर 3 से 4 इन्च मोटी केंचुआ खाद इकट्ठा कर ली जाती है, ऐसा करने से केचुए क्यारी में गहराई तक चले जाते हैं और खाद बनाना शुरू कर देते हैं। इस प्रक्रिया में एक टन कचरे से लगभग 0.6 से 0.7 टन केचुआ खाद प्राप्त हो जाती है। इसके बाद हासिल की गयी केचुआ खाद से केचुए के कोकून और अव्यस्क केचुओं को अलग कर लिया जाता है और बनी खाद को 3 से 4 सेमी. आकार की छलनी से छान कर अलग कर लेते हैं।खाद से अतिरिक्त नमी हटाने के लिए छनी हुई केचुआ खाद को पक्के फर्श पर फैला देते हैं, जब नमी लगभग 30 से 40 प्रतिशत रह जाए तो इसे बोरी में भरकर इकट्ठा कर लें, इसके पूरी तरह सूखने के पश्चात बोरों या प्लास्टिक के थैलों में भरकर इसे सालों तक सुरक्षित रखा जा सकता है।

सुरक्षा की खास जरूरत नहीं

आप केचुआ खाद के बिजनेस की शुरुआत अपने खेत में खाली पड़े हिस्सों पर आसानी से कर सकते हैं। इसे बनाने के लिए किसी प्रकार के शेड आदि के निर्माण की जरूरत नहीं होती है बस आप खेत के चारों तरफ जालीदार घेरे बनाकर इसकी जानवरों से सुरक्षा कर सकते हैं।

कितनी कमाई

वर्मी कम्पोस्ट खाद के परिणामों को देखते हुए आज बाजार में इसकी जबरदस्त मांग है। खाद की बिक्री के लिए आप ऑफ़ लाइन के साथ-साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का भी सहारा ले सकते हैं।इसके लिए आप Amazon, Flipkart जैसी ई-कॉमर्स साइट के माध्यम से अपने प्रोडक्ट का प्रमोशन एवं बिक्री कर सकते हैं। ऑफ़ लाइन माध्यम में आप किसानों से संपर्क करके भी अपनी आय बढ़ा सकते हैं। यदि आप 20 बेड से केचुआ खाद का बिजनेस शुरू करते हैं तो 2 साल के भीतर आप 8 लाख से 10 लाख टर्नओवर वाला बिजनेस खड़ा कर सकते हैं।

तो देखा आपने वर्मी कम्पोस्ट खाद बनाना कितना आसान है।इसका उत्पादन करके किसान भाई अपनी दशा और दिशा दोनों बदल सकते हैं।तो देर किस बात कि है उठिये और लग जाइये, क्योंकि भाग्य बदलने वाला यह अवसर आपके इस्तकबाल को तैयार खड़ा है।