भारत में किसान अन्दोलन का इतिहास 200 साल पुराना बंगाल और बिहार में भूमि कर वसूलने की जमींदारी संथाल विद्रोह कैसे समाप्त कर दिया गया था ?
नई दिल्ली. किसी ने कहा है कि किसान वह होते है जो तलवार के बस में नहीं आते हैं औऱ ना तलवार चलाना जानते है क्योकि वह अपनी मौत को तकिया लगाकर सोने वाली महान प्रजा होती है. जो दूसरो का तो पेट पालते है लेकिन अपने भूखे सोते हैं इसलिए मौत का डर छोड़ देते है.
खेती ही भारत के आत्मनिर्भर का मूल आधार थी. लेकिन अंग्रेजो ने भारतीय अर्थव्यवस्था को चौपट करने के लिए अपने शासन में जमींदारी प्रथा की शुरूआत की इससे वास्तविक किसान गरीब होते गये और वास्तविक आत्म निर्भरता कम होती गई. भारत में किसान आंदोलन का इतिहास 200 साल पुराना है.
19 वी सदी में बंगाल का संथाल आंदोलन या नील विद्रोह आंदोलन या मद्रास और पंजाब के किसान आंदोलन उदारण है. किसान आंदोलन कभी राष्ट्रीय आंदोलन का अटूट रिश्ता रहा है .