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देश के विकास के लिए महिलाओं का सशक्तिकरण होना क्‍यों है जरूरी

उच्च शिक्षा में लड़कियों के लिए क्‍यों हो रही है मुश्किल ?

अपनों ने ही महिलाओं को बनाया क्रूरता का शिकार महिलाओं को 2021 में 127 करोड़ रोजगार मिलने की संभावना राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी कम क्‍यों ?

राजनीति में कैसे बढ़े महिलाओं की भागीदारी ?

नई दिल्‍ली. देश में महिलाओं की लगभग आधी आबादी है जो बदलाव के लिए महत्वपूर्ण हिस्सा होती है. किसी भी देश के सामाजिक विकास में महिलाओं की अहम भूमिका होती है जिसे अनदेखा नहीं किया जा सकता. महिला और पुरुष दोनों समान रूप से समाज के एक ही सिक्‍के के दो पहलू है. दोनों ही समाज को प्रगतिशील करते हैं. दोनों की समान भूमिका को देखते हुए जरूरी हो जाता है कि उन्हें शिक्षा, स्‍वस्‍थ्‍य, रोजगार सहित सभी क्षेत्रों में समान अवसर दिये जाएँ, क्योंकि समाज का यदि कोई एक पक्ष भी कमजोर होगा तो समाज की प्रगति संभव नहीं है. AIPPA काफी समय से महिलाओं के सशक्तिकरण पर कार्य कर रही है कि महिलाओं को राजनीति के साथ-साथ अन्‍य सभी जगह कैसे समान अधिकार मिलें. जैसे- रोजगार, शिक्षा, स्‍वस्‍थ्‍य आदि.

भारत में महिलाओं के शिक्षा की स्थिति

राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की रिपोर्ट में बताया गया है कि 15 से 18 साल के आयु वर्ग में 39.04 फीसदी लड़कियां स्कूली शिक्षा से दूर हैं. साक्षरता दर जरूर 64.46 फीसदी के स्तर पर पहुंची है लेकिन अब भी यह लक्ष्य से काफी दूर है. स्कूल से ड्रॉप आउट होने वालों में लड़कियों की तादाद 39.4 प्रतिशत है. गॉधी जी ने कहा था ''जब नारी शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है.

हमारे देश की आजादी के तीन दशक बाद पुरुषों की साक्षरता दर की अपेक्षा महिलाओं की साक्षरता दर में तेज गति से वृद्धि हुई है. सन 1971 में जहाँ केवल 22 फीसदी महिलाएँ साक्षर थीं, वहीं सन 2001 तक यह 54.16 फीसदी हो गया. इस दौरान महिला साक्षरता दर में 14.87 फीसदी की वृद्धि हुई और वहीं पुरुष साक्षरता दर में वृद्धि 11.72 फीसदी ही रही. भारत के दूरदराज के इलाकों की बात तो छोड़ दी जाए, बड़े-बड़े शहरों में भी लड़कियों को उच्‍चतर शिक्षा के लिए कड़ी मशक्‍कत करनी पड़ती है. जहाँ 2001 की जनसंख्‍या में पुरुषों की साक्षरता 75 फीसदी थी, वहीं महिला साक्षरता महज 54 फीसदी थी. आने वालों दिनों में इसमें और तेजी आएगी. AIPPA महिलाओं की शिक्षा कैसे बेहतर हो उसके लिए AIPPA द्वारा महिलाओं के लिए बहुत से कार्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं इसके साथ-साथ सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जागरूक कर रही है.